tag:blogger.com,1999:blog-2071405198380835041.post2256987265821291953..comments2024-01-08T01:47:30.143-08:00Comments on Rahul... : ...जो भोली सी उदासी हैRahul...http://www.blogger.com/profile/11381636418176834327noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-2071405198380835041.post-34992439133432030452014-02-21T04:44:57.452-08:002014-02-21T04:44:57.452-08:00मेरा सरल निश्छल समंदर
व अनंत अगाध आत्मीयता ही
शाय...मेरा सरल निश्छल समंदर<br />व अनंत अगाध आत्मीयता ही <br />शायद मेरा दुःख है...<br />मन कि पीड़ा उकेरती रचना .....!!!!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2071405198380835041.post-32703176542351144932014-02-18T03:37:04.400-08:002014-02-18T03:37:04.400-08:00यार जिंदगी...
मेरे-तुम्हारे भीतर
लय में उठता हुआ
ध...यार जिंदगी...<br />मेरे-तुम्हारे भीतर<br />लय में उठता हुआ<br />धधकता हुआ जो सब्र है...<br />वो कोई तंज नहीं है<br />चेहरे का.<br />वो कोई पीड़ा नहीं है<br />सब्र के सब्र का<br />पर, दुःख कहाँ नहीं है....?<br /><br />बोले तो नानक दुखिया सब संसार। शुक्रिया आपकी प्रेरक टिप्प्णियों का। आप पढ़ते रहें हैम लिखते रहेंगे। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2071405198380835041.post-15852802507197300882014-02-17T21:15:32.383-08:002014-02-17T21:15:32.383-08:00बेहद की सुन्दर रचना गज़ब का रूापकत्व और प्रतीक विधा...बेहद की सुन्दर रचना गज़ब का रूापकत्व और प्रतीक विधान लिए शब्द माधुरी लिए भाव संयोजन की चातुरी लिए। <br /><br />वो कोई तंज नहीं है<br />चेहरे का.<br />वो कोई पीड़ा नहीं है<br />सब्र के सब्र का<br />पर, दुःख कहाँ नहीं है....?<br /><br />सुप्रिय मान्यवर श्रृंखला भागवत पुराण पर ज़ारी है। शुक्रिया। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2071405198380835041.post-91632321089646311412014-02-17T05:21:28.284-08:002014-02-17T05:21:28.284-08:00बहुत से सवाल उठे मन में .... सुलझाते भी गए .....बहुत से सवाल उठे मन में .... सुलझाते भी गए .....विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2071405198380835041.post-64844563467981768842014-02-15T19:39:44.495-08:002014-02-15T19:39:44.495-08:00प्रस्तुति प्रशमसनीय है। मेरे नरे नए पोस्ट सपनों की...प्रस्तुति प्रशमसनीय है। मेरे नरे नए पोस्ट सपनों की भी उम्र होती है, पर आपका इंजार रहेगा। धन्यवाद।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2071405198380835041.post-29814487761432611072014-02-14T02:07:10.551-08:002014-02-14T02:07:10.551-08:00दुख ही आत्मीयता से उपजता है। जिसके पास नहीं वो दु...दुख ही आत्मीयता से उपजता है। जिसके पास नहीं वो दुख में भी दुखी नहीं। दर्शनपरक भावनाएं। Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2071405198380835041.post-84723291449045034282014-02-14T01:55:09.137-08:002014-02-14T01:55:09.137-08:00क्या कहूं ?क्या कहूं ?Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2071405198380835041.post-80946235113458055742014-02-13T22:51:55.397-08:002014-02-13T22:51:55.397-08:00मन पीड़ा उकेरती रचना .....मन पीड़ा उकेरती रचना ..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2071405198380835041.post-91554065873188109802014-02-13T21:14:43.866-08:002014-02-13T21:14:43.866-08:00अनंत अगाध आत्मीयता जिसे मिल जाती है.. वह तो दुनिया...अनंत अगाध आत्मीयता जिसे मिल जाती है.. वह तो दुनिया का बादशाह बन जाता है...उसकी तलाश ही सबसे बड़ा दुःख है...Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2071405198380835041.post-25207499239671117792014-02-13T19:30:26.937-08:002014-02-13T19:30:26.937-08:00निःशब्द हूँ आपकी रचना पर. सच में .....निःशब्द हूँ आपकी रचना पर. सच में .....ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.com