Rahul...
दिल से
बुधवार, 17 जुलाई 2019
तुम्हारी बज्म से बाहर भी एक दुनिया है.
मेरे हुजूर, बड़ा जुर्म है ये बेखबरी.....
3 टिप्पणियां:
Anita
17 जुलाई 2019 को 10:11 pm बजे
वाह !
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ओंकारनाथ मिश्र
17 मई 2020 को 1:05 pm बजे
जी वाकई जुर्म है आपका यूँ दूर रहना इस बज़्म से...
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Amrita Tanmay
2 जून 2020 को 7:34 am बजे
बेखबरी की रहमत ही जुदा है ...
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वाह !
जवाब देंहटाएंजी वाकई जुर्म है आपका यूँ दूर रहना इस बज़्म से...
जवाब देंहटाएंबेखबरी की रहमत ही जुदा है ...
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